मेट्रो -3 परियोजना बाधितों के लिए 38 मंजिली इमारत
मेट्रो -3 परियोजना प्रातःकाल संवाददाता मुंबई। कोलाबा-बांद्रा -सीप्झ मेट्रो -3 परियोजना बाधितों को आखिरकार राहत मिलने वाला है। __ मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन सीएल) ने कालबादेवी -गिरगाँव क्षेत्र के प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए एक ठेकेदार नियुक्त किया है। अब अगले ढाई साल में तीन मंजिला इमारत बनाने की चुनौती कंपनी के समक्ष है, कंपनी को एक स्वीकृति पत्र जारी किया गया है। मेट्रो -3 के मार्ग पर कलाबादेवी और गिरगाँव मेटो स्टेशनों के लिए, इस परिसर के 423 परिवारों और 289 गाला धारकों का पुनर्वास करना होगा। वर्तमान में, कालबादेवी के परियोजना प्रभावितों को अस्थायी रूप से स्थानांतरित कर दिया गया है, लेकिन जल्द ही उन्हें उनके अधिकार का घर मिलने वाला है। दोनों क्षेत्रों में पुनर्वास का काम दो चरणों में किया जाएगा और इमारत के पहले चरण का काम 54 महीने में पूरा होना है। इस काम के लिए 131 करोड़ रु 38 38 मंजिली इमारत खर्च अपेक्षित है। दूसरे चरण के लिए दो इमारतों के निर्माण के लिए ठेकेदार नियुक्त करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी और यह माना ठेकेदार नियुक्त क कि अगले अनुरों पर भी वास्कोन के इंजीनियरों पर भरोसा किया जाएगा। वर्तमान में वास्कोन के इंजीनियरों द्वारा केवल एक भवन का निर्माण किया जा रहा है और एमआरसीएल ने कहा है कि निर्माण दो चरणों में किया जाएगा। इस काम के तहत 38 मंजिला इमारत में प्रत्येक मंजिल पर नौ अपार्टमेंट होंगे। इन इमारतों में पुनर्विकास किए जा रहे परियोजना पीड़ितों को लगभग 405 - 550 वर्ग फुट के घर मिलेंगे।